Father lost his life in land dispute, son injured
son injured-उत्तर प्रदेश के बस्ती जिले से एक दिलदहला देने वाली घटना सामने आई है, जहा लड़ाई का मामला सामने आया है जहां भूमि विवाद में एक पक्ष ने दूसरे पक्ष का पैर काट दिया. बताया जा रहा है पूरा मामला कलवारी थाना क्षेत्र के गोसैसीपुर गांव का है, जहां जमीनी विवाद के चलते जमकर खूनी खेल खेला गया. जिसके चलते दबंगो ने एक बुजुर्ग की धारदार हथियार से मारकर हत्या कर दी. इतना ही नहीं मृतक का एक पैर का पंजा काट दिया.
वो लोग इतने पर भी रूखे उन लोगों ने दरिंदगी की सारी हदें पार कर दी ,उन्होंने मृतक के बेटे को भी नहीं बख्शा. उसका भी इन दरिंदों ने पैर का पंजा काट दिया सूचना पर पहुंची कलवारी पुलिस ने सभी घायलों को अस्पताल पहुंचाया पर तब तक बहुत देर हो चुकी थी बुजुर्ग को डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया तो वहीं मृतक के बेटे का इलाज चल रहा है पूरा मामला इस तरह है गोसैसीपुर गांव के रहने वाले बुजुर्ग राममिलन का बंजर जमीन पर बने अवैध मकान के कब्जे को लेकर गांव के दूसरे पक्ष दलित समुदाय के लोगों से काफी दिन से विवाद चल रहा था.
इसी के चलते दूसरे पक्ष के लोगो ने उनके घर में घुसकर उनकी हत्या कर दी फिलहाल गांव में तनाव का माहौल बना हुआ है जिसके चलते पुलिस लगातार गांव में गस्त कर रही है और पुलिस के जवानों को भी गांव में तैनात कर दिया गया है. पुलिस के आलाधिकारी लगातार मामले पर नजर बनाए हुए हैं. बस्ती रेंज के आईजी रामकृष्ण भारद्वाज ने बताया कि शनिवार को दोपहर करीब 1:30 बजे राममिलन चौधरी के घर गांव के ही दर्जनों लोग धारदार हथियारों के साथ घर में घुस आए और हमला कर दिया .
अचानक हुए हमले में राममिलन चौधरी गंभीर रूप से घायल हो गए.आईजी के मुताबिक, पिता को हमलावरों से बचाने पहुंचे 20 वर्षीय बेटे विशाल और 67 वर्षीय बहन माला देवी पर भी लोगों ने हमला कर दिया. हमले के दौरान विशाल को जमकर पीटा और धारदार हथियार से बाएं पैर के पंजे को काट दिया. गांव वालों को जुटता देखकर हमलावर भाग गए, जिसमें पुलिस ने मामला दर्ज करके आगे की विधिक कार्यवाही में जुट गई है.इस घटना में मृतक के पुत्र विशाल चौधरी एवं बहन माला देवी पत्नी भवानी प्रसाद को गंभीर चोटें आई हैं. हमलावरों नें धारदार हथियार से विशाल के दाएं पैर के पंजे पर वार कर दिया है.
गोसैसीपुर के रहने वाले राममिलन (65 वर्ष) पुत्र बालेदीन का बंजर जमीन पर बने अवैध मकान के कब्जे को लेकर गांव के ही हरिशंकर रावण पुत्र रामनरेश, रामदास पुत्र टिकोरी, सूर्य प्रकाश पुत्र राम नरेश, चंदन पुत्र रुदल, राजेंद्र पुत्र रामदास, सोनू, हितराम, राज, बदरे आलम, दयाशंकर और गुलाम अली से विवाद चल रहा था. यह लोग एक साथ होकर लाठी-डंडे और फरसे से राममिलन की जमकर पिटाई कर दिए. आनन-फानन में घायल को प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र बनहरा पहुंचाया गया, जहां पर चिकित्सकों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया.
ग्रामीणों की सूचना पर मौके पर एएसपी ओपी सिंह, सीओ अशोक मिश्रा, थानाप्रभारी कलवारी भानुप्रताप सिंह, थानाप्रभारी नगर संतोष कुमार, थाना प्रभारी कप्तानगंज दीपक दुबे, थाना प्रभारी दुबौलिया नारायण लाल श्रीवास्तव, नायब तहसीलदार स्वाति सिंह, नायब तहसीलदार वीर बहादुर सिंह सहित काफी संख्या में पुलिस बल घटना स्थल पर पहुंच गई. इस बाबत सीओ अशोक कुमार मिश्र ने बताया कि शव को पीएम के लिए भेजा जा रहा है. यह मामला पिछड़ा वर्ग और दलित वर्ग का होने के कारण स्थिति तनावपूर्ण हो गई है छानबीन के मुताबिक कार्रवाई की जाएगी
इन सब मामले से एक सवाल उठाकर सामने आता है क्या दुनिया से इंसानियत खत्म हो चुकी क्या जमीन के लिए लोग दूसरो की जान लेने से भी नही कतराते क्या इंसान की जिंदगी इतनी सस्ती। हो चुकी है जो जमीन के लिए चली जाए